चंदन के पेड़ में ऐसा क्या होता है जो हर समय उस पर सांप ही लिपटे रहते हैं?
आखिर पूरी दुनिया की स्मगलिंग में से लाल चंदन की स्मगलिंग ही सबसे ज्यादा क्यों होती है? आखिर क्यों पेड़ काटने वाले चंदन के पेड़ को नीचे से नहीं बल्कि ऊपर से काटना शुरू करते हैं। पुष्पा मूवी में भी दोस्तों लाल चंदन की तस्करी होती है।
अब आखिर यह इतना खास क्यों है?
सभी सवालों के जवाब जानने के लिए आर्टिकल को आखिर तक पड़े । सबसे पहले दोस्तों आप एक बार जान लीजिए कि चंदन के पेड़ को जब भी काटा जाता है तो उसे बाकी पेड़ों की तरह नीचे से नहीं बल्कि ऊपर से काटा जाता है।
दरअसल ऐसा इसीलिए क्योंकि चंदन के पेड़ की जड़ों में जहरीले सांप भरे पड़े रहते हैं और यह बात पेड़ काटने वाला भी जानता है कि अगर यह चंदन का पेड़ है तो फिर इसे नीचे से काटना मतलब मौत को दावत देने वाली बात होगी। अब दोस्तों सांप तो किसी भी पेड़ पर रह सकते हैं तो फिर उन्हें चंदन का पेड़ ही क्यों पसंद आता है।
दरअसल सांप एक कोल्ड ब्लडेड एनिमल होता है। इनका खून ठंडा होता है और इसीलिए इन्हें ठंडी जगह बहुत पसंद होती है। अब आप जानते तो होंगे ही कि चंदन का पेड़ अस्तित्व में बहुत ठंडा होता है और इसीलिए ये सांपों के रहने की पसंदीदा जगह होती है और लोग इसीलिए तो कभी अपने घर के पास चंदन का पेड़ नहीं लगाते।
कई लोग वैसे मानते हैं कि सांप चंदन की खुशबू की वजह से उसकी तरफ आकर्षित होते हैं। दरअसल दोस्तों सांपों में सूंघने की क्षमता न के बराबर ही होती है। इसके अलावा एक समय पर वीरप्पन नाम का खूंखार डाकू लाल चंदन की तस्करी के लिए ही जाना जाता था।
चंदन के एक पेड़ से किसान करीब 40 से 50000 रुपए आराम से कमा सकता है। लेकिन दोस्तों चंदन के पेड़ से पैसा कमाना बिल्कुल आसान नहीं है क्योंकि चंदन के पेड़ को बढ़ने में 20 से 30 साल तो लग ही जाते हैं। चंदन का पेड़ कितना कीमती है इसका अंदाजा आप कुछ ऐसे लगा सकते हैं कि सरकार ने इसकी खरीदी पर रोक लगा कर रखी है।
सिर्फ सरकार ही चंदन के पेड़ को खरीद सकती है। कोई भी किसान चंदन की खेती जरूर कर सकता है, लेकिन इसे कब और कैसे बेचना है, कहां पर एक्सपोर्ट करना है, सबकुछ सरकार तय करेगी। इसके अलावा चंदन का इस्तेमाल परफ्यूम में और आयुर्वेद में किया जाता है।
आयुर्वेदिक दवाइयां, औषधियां और ब्यूटी प्रोडक्ट्स में चंदन का इस्तेमाल होता है। दोस्तों हमारे भारत में तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश की दो तीन जगहों पर ही लाल चंदन पाया जाता है और बाकी आपको यह भारत के किसी भी इलाके में नहीं मिलेगा।
चीन और जापान में दोस्तों लाल चंदन की लोग करोड़ों की कीमत देने को तैयार रहते हैं और इसीलिए लाल चंदन के लिए एक्सेस नकली के केस सामने आते रहते हैं। मारकाट वहां होती रहती है। इन पेड़ों की सुरक्षा के लिए तो एक स्पेशल टास्क फोर्स भी बनाई गई है।
इसके अलावा दोस्तों क्या आप जानते हैं कि दुनिया में ऐसे भी खतरनाक पेड़ हैं जो इंसानों की जान लेने के लिए ही बने हैं। आप जैसे कि आप इस पेड़ को देखिए। इसे पाकिस्तान में पाया जाता है और वहां के लोग इसे घोस्ट ट्री के नाम से जानते हैं।
आप सोच रहे होंगे कि यह इन पेड़ों का ऐसा हाल कैसे हुआ है। दरअसल, जब भी वहां बाढ़ आती है तो लाखों की संख्या में मकड़ियां इन पेड़ों पर जाकर रहने लगती है और अपना जाल बनाने लगती है।